काशी करवत मंदिर काशी करवत मंदिर की चर्चा स्कन्द पुराण में की गई है। पुराणों में वर्णित है कि भीमेश्वर लिंग के दर्शन-पूजन करने से मनुष्य के भयंकर पाप भी जलकर तुरंत भस्म हो जाते हैं और जीवन पर्यत भोग की प्राप्ति होती है। शरीर छूटने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है। श्रद्धालु जन भीमेश्वर लिंग के समीप करवत नाम के शस्त्र से शीरच्छेद करवा कर मोक्ष को प्राप्त होते हैं। इस वजह से मंदिर को काशी करवत कहते हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर के रेड जोन स्थित नेपाली खपड़ा में बने मंदिर के गर्भगृह में आमजन का प्रवेश निषेध है। मात्र पुजारी ही गर्भगृह में प्रवेश करते हैं। प्रतिदिन मंगला आरती के बाद मंदिर आमजन के दर्शनार्थ खोल दिया जाता है।
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