197 करोड़ की लागत से बने इस ट्रॉमा सेंटर के मोदी से उद्धाटन के लिए चार बार कार्यक्रम तय हुआ, लेकिन कभी बारिश तो कभी अधूरी तैयारियों की वजह से हर बार उद्धाटन टलता गया। वाराणसी में बना यह ट्रॉमा सेंटर यूपी, बिहार सहित पूर्वांचल के लिए बेशकीमती तोहफा है। आइए जानते हैं 334 बेड और 14 हाइटेक माड्यूलर ऑपरेशन थिएटर वाले ट्रॉमा सेंटर की क्या है खासियत-
ट्रॉमा सेंटर में देश-विदेश में मंगवाई गईं कई अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई हैं। इसके अलावा मरीजों के बेहतर इलाज के लिए एक्सपर्ट डॉक्टर तैनात किए गए हैं। ट्रॉमा सेंटर की पूरी बिल्डिंग एयरकंडीशन है। यहां 50 बेड का स्पेशल आईसीयू बनाया गया है। इसके अलावा तीन बेड पर दो नर्स और आईसीयू में एक बेड पर एक नर्स की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा यहां कई मोबाइल एंबुलेंस को तैनात किया गया है। उन्हें सोशल नेटवर्किंट साइट से जोड़ा गया है।
44 एक्सपर्ट डॉक्टर की टीम की तैनाती
ट्रॉमा सेंटर में कुल 334 बेड हैं। ग्राउंड फ्लोर पर ओपीडी, रजिस्ट्रेशन, सिटी स्कैन, रेडियोलॉजी, रिसेप्शन, एनाउंसमेंट केबिन की व्यवस्था की गई है। वहीं, फर्स्ट फ्लोर पर ओटी, सेकेंड फ्लोर पर आईसीयू, थर्ड और फोर्थ फ्लोर पर वार्ड बनाए गए हैं। फिफ्थ फ्लोर पर विशेष अधिकारी केबिन और कांफ्रेंस रूम बनाया गया है। न्यूरो सर्जरी, जनरल सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, आर्थोपेडिक्स, इमरजेंसी के लिए 44 एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम बनाई गई है, जिनके जिम्मे अलग-अलग विभाग होंगे। इसके अलावा 480 पैरामेडिकल और नर्सिंग स्टाफ की भी तैनाती की गई है।
50 इमरजेंसी आईसीयू
ट्रॉमा सेंटर में 6 इमरजेंसी वार्ड, 3 एडवांस मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, 10 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, एक एडवांस इमरजेंसी ऑपरेशन थिएटर, 50 इमरजेंसी आईसीयू बना है। हर फ्लोर पर एनेस्थीसिया गैस सप्लाई सिस्टम, मेडिकल गैस लाइन पाइप लाइन सिस्टम, ऑटो ऑपरेटेड फायर फाइटिंग सिस्टम, 2500 वाट का डीजल जेनरेटर इमरजेंसी पॉवर बैकअप, 250 वाट का यूपीएस अनकट बिजली सप्लाई लगाया गया है।
चार बार मोदी के लिए बना कार्यक्रम
इससे पहले चार बाद ट्रॉमा सेंटर के उद्घाटन के लिए मोदी का कार्यक्रम तैयार किया गया, लेकिन हर बार किसी न किसी वजह से टलता गया। पिछली बार 16 जुलाई को वाराणसी आकर ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन करने वाले थे, लेकिन एक दिन पहले कार्यक्रम स्थल पर करंट लगने से मजदूर की मौत होने के बाद मोदी ने दौरा रद्द कर दिया।
इससे पहले 28 जून 2015 को भारी बारिश के कारण मोदी का उद्घाटन कार्यक्रम कैंसल हो गया था। 25 दिसंबर 2014 को महामना मदन मोहन मालवीय की जयंती पर भी ट्रॉमा सेंटर के उद्घाटन का प्रस्ताव था। मोदी वाराणसी पहुंचे, लेकिन जरूरी तैयारी नहीं होने की वजह से ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन नहीं कर सके। इससे पहले 14 अक्टूबर 2014 को उन्हें इसका उद्घाटन करना था, लेकिन साइक्लोन हुदहुद की वजह से उनका प्रोग्राम कैंसल हो गया था।
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