प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 8 नवंबर की रात को राष्ट्र को किए अपने संबोधन में 500 और 1000 के नोटों पर पाबंदी के बाद वीरवार को बैनों के अंदर और बाहर ग्राहकों का जमावड़ा लगा रहा। लोग बैंक खुलने से पहले ही बैंकों में पहुँच गए और बैंक बंद होने के बाद भी कुछ लोग बाहर जानेको राजी नहीं हुए। बैंक अधिकारियों और ग्राहकों के बीच नोंक-झोंक सारा दिन चलती रही। कई बैंकों में सुरक्षा के लिए पुलिस तक को बुलाना पड़ा।
सारा दिन लगी रही नोट बदलने और कैश जमा कराने की होड़ के बीच कहीं सिस्टम खराब रहा तो कहीं स्टाफ ने लोगों को दो टूक जवाब दिया। कई बैंकों में दोपहर से जवाब मिलने लगा कि बैंक में पैसे खत्म हो गए हैं। इस सब कुछ के चलते जनता बेहाल हुई और बहुत सारे लोगों को बैरंग लौटना पड़ा। इस दौड़ धूप में जहां कुछ लोग केंद्र सरकार को कोस रहे थे, तो वहीं ऐसे भी बहुत सारे लोग थे, जो पीएम के फैसले को देश हित में बताते हुए हर तरह की मुश्किल झेलने को तैयार थे।
सारा दिन लगी रही नोट बदलने और कैश जमा कराने की होड़ के बीच कहीं सिस्टम खराब रहा तो कहीं स्टाफ ने लोगों को दो टूक जवाब दिया। कई बैंकों में दोपहर से जवाब मिलने लगा कि बैंक में पैसे खत्म हो गए हैं। इस सब कुछ के चलते जनता बेहाल हुई और बहुत सारे लोगों को बैरंग लौटना पड़ा। इस दौड़ धूप में जहां कुछ लोग केंद्र सरकार को कोस रहे थे, तो वहीं ऐसे भी बहुत सारे लोग थे, जो पीएम के फैसले को देश हित में बताते हुए हर तरह की मुश्किल झेलने को तैयार थे।
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