सप्तर्षि आरती एक प्राचीन संस्कार है जो 750 वर्षों से अधिक से चला आ रहा है। भिन्न गोत्रों से आने वाले सात शास्त्री/पुरोहित इस आरती को एक साथ सम्पादित करते हैं। ऐसी मान्यता है कि प्रतिदिन संध्या काल में सप्त ऋषि या सात प्रख्यात ऋषि आराध्य की आरती करने प्रकट होते हैं, और इसीलिए यह आरती प्रतिदिन सायंकाल सात बजे की जाती है।